Tuesday 24 November 2009

आधे सोए, आधे जागे।


कुछ वर्ष पहले तक जहाँ नाइट जॉब को लोग गलत नजरिये से देखते थे और नाईट जोब्स करने वालों को समाज में शक भरी निगाहों से देखा जाता था वहीं बदलते समय की बदलती जरूरतों ने आज लोगों का नजरिया भी बदला है। आज वही नाइट जोब्स लोगों को खूब लुभा रहे हैं। हाँ, तर्क अलग अलग हैं।
किसी का कहना है कि समय और पैसा दानों की बचत के लिए इससे बेहतर और कोई जॉब हो ही नहीं सकती। कोई इन नाईट जाब्स के साथ-साथ दिन में भी कोई छोटी मोटी जॉब करके एक्सट्रा इनकम पैदा करके खुश है तो कोई दिनभर मौज मस्ती और अपना शोक पूरा कर खुश रहता है। किसी को फैमिली के लिए समय आराम से मिल जाता है तो कोई पढाई के लिए समय निकाल पाता हैं। कारण कोई भी हो लेकिन सभी को इन दिनों नाइट जोब्स काफी पसन्द आ रही हैं खासतौर पर युवाओं में तो इन नाइट जोब्स के प्रति काफी आकर्षण पैदा हो रहा है। और इन युवाओं में महिलाएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं।
महिलाओं का कहना है कि नाईट जाब्स हमारी लाइफ में और अधिक कुछ करने के विकल्प देती हैं। वरना तो ऑफिस से घर और घर से ऑफिस तक की लाइफ में ही सब कुछ सिमटा सा लगता था। अब हम अपने लिए भी टाइम निकाल सकते हैं जो कि सही जगह पर इस्तेमाल किया जा सकता है। इन जोब्स ने लाइफ को बहुत आसान बना दिया है।
मुख्यत: आज के भागदौड़ और प्रतियोगिता युक्त समय में ज्यादातर महिलाओं की समस्या यह है कि वे अपने काम व परिवार के बीच संतुलन स्थापित नहीं कर पाती और कई बार यही कारण है कि वे हमेशा फ्रस्ट्रेशन से ग्रसित रहती हैं। परिवार की नाराजगी के साथ काम का बेहिसाब बोझ उनकी जिंदगी में जहर घोल देता है लेकिन ये नाइट जोब्स एक तरह से बदलते समय के साथ कदम मिलाकर चलने का ही जरिया है। रात को 6-8 घंटे काम कर के अच्छा खासा पैसा भी कमा लेते हैं और फिर भी इनके पास काफी समय बचा रहता है अपने और अपने परिवार के लिए। यदि यह चाहे तो इस समय में कुछ और भी एक्सट्रा कर सकती हैं। अपने सी.वी को और बेहतर बनाने के लिए कोई कोर्स या फिर अपनी रूचि के हिसाब से साइड वर्क या बिजनेस कर सकते हैं। रात को जोब्स करने के बाद आप चाहें तो दिन में थोड़ा आराम करने के बाद अपना कोई काम भी कर सकते हैं जबकि अन्य जोब्स में दिन भर काम करने के बाद आप रात को जाकर सोना ही पसंद करेंगे। देखा जाए तो एक तरह से ये जोब्स लोगों को एक्टिव लाइफस्टाइल सिखा रहे हैं। इन लोगों की लाइफ अन्य लोगों के मुकाबले अधिक डिसीप्लीन युक्त और वक्त की पाबंद है। इसी वजह से शायद इन क्षेत्रों के प्रति आज क्रेज काफी बढ़ रहा है। हालाकि गर्ल्स के लिए यह थोड़ी रिस्की हो सकती है। लेकिन बदलते समय की डिमांड है कि लड़कियों को थोड़ी बोल्ड और सतर्क होना चाहिए जब लड़कियां हर क्षेत्र में पुरषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल सकती हैं तो ये इसमें क्यों पीछे रहें। बस थोड़ी सी सेफ्टी का ध्यान रखने की जरूरत है। वैसे भी प्रत्येक ओर्गनिजेशन गर्ल्स एम्प्लाइज के आने व जाने के समय सिक्यूरिटी के पूरे इंतजाम करती है। ऑफिस में भी इस बात का पूरा ध्यान रखा जाता है कि फैंडली माहौल हो ताकि गर्ल्स पूरी तरह से कम्फर्ट होकर काम कर सकें। ऑफिस में भी अच्छी खासी सिक्यूरिटी के पुख्ता इंतजाम होते हैं।
सोफिया जो कि एक डोमैसटिक कोल सैंटर में काम करती हैं उनका कहना है कि नाईट जाब्स यकीनन डे जाब्स से काफी अच्छे हैं। यहां सैलरी भी अच्छी मिलती है और हमारे पास दिन में भी बहुत कुछ करने को होता है। दिन में हम चाह कर भी पूरे दिन नहीं सो सकते, बस थोड़ा आराम करके अपनी फैमली के साथ समय बिताने का मौका मिलता है जो कि डे जाब्स में नहीं मिल पाता। लेकिन परेशानी बस यही है कि पास-पड़ोसी की प्रतिक्रिया बहुत ही खराब लगता है जब सुबह हम घर आते हैं। उनकी नजरें ऐसी होती हैं जैसे न जाने हम कितना गलत काम करके आए हों।

मोनिका का भी यही मानना है कि माता-पिता को तो हमपर पूरा भरोसा होता है तभी हम लड़किया आज घर से न केवल बाहर निकल पा रही हैं बल्कि रात में भी काम कर रही हैं। लेकिन जब रि’तेदारों को पता चलता है तो वह दस तरह की बाते बनाते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है उनकी ऐसी बातों से हमें पीछे नहीं हठना चाहिए। जब लड़कियों ने घर से बाहर निकलना शुरू किया होगा तब शुरूआत में उनके लिए भी इसी तरह से बात बनाई जाती होंगी। अगर वह हार मान लेती तो हम आज भी घर की चार दिवारी में कैद होते।

आंचल
नाईट जाब्स करना यकीनन एक बड़ी चुनौती है अकेले हमारे लिए ही नहीं बल्कि पूरे परिवार के लिए। लेकिन यदि हम सही हैं तो हमें किसी की बात से फर्क नहीं पड़ना चाहिए। लोगों का क्या है कुछ दिन बोलेगे फिर एक दिन अपने आप बंद हो जाएंगे। वैसे हमारे पड़ोस में पहले जो लोग बोलते थे कि लड़कियों को रात में नौकरी नहीं करनी चाहिए आज वहीं लोग मेरे जोब्स को देखकर अपनी लड़की की भी जोब्स नाईट शिफ्ट में कराना चाहते हैं ताकि दिन में वो अपनी पढाई कर सकें।

मनोचिकित्सक समीर पारिख का कहना है कि चाहे लड़की हो या लड़का नींद तो सभी के लिए बहुत जरूरी है। प्रत्येक इंसान को 6-8 घंटे की नींद लेना बहुत जरूरी है। इसलिए रात में जोब्स करने के बाद भी आपको अपनी नींद पूरी करने का पूरा ध्यान रखना चाहिए। यदि आपका ‘शरीर रात में काम करने के लिए परफैक्ट नहीं है तो आपको ऐसी नौकरी नहीं करनी चाहिए वरना आपको स्लीपिंग प्रोबलम हो सकती हैं। आप चाहे दिन में जोब्स करें या रात में बस इस बात का ध्यान रखें कि आपको अपनी नींद हर हालत में पूरी करनी चाहिए। नींद पूरी न होने से आपके काम पर भी काफी गलत प्रभाव पड़ सकता है और आप वीकनैस महसूस कर सकते हैंं
प्रस्तुति:- प्रीति पाण्डेय

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